Teri rehmaton pe....तेरी रहमतों पे....

April 26, 2017

तेरी रहमतों पे है मुनहसिर , मेरे हर अमल की क़ुबूलियत.........
न मुझे सलीक़ा-ए -इल्तिजा न मुझे शऊर-ए -नमाज़ है .........
Teri rehmaton pe hai munhasir, mere har amal ki Qaboliyat........
Na mujhe saleeqa-e-iiltijaa, na mujhe Shaoor-e-Namaz Hai...
Munhasir=depends on

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