Tu muttmayin .....तू मुत्तमईन ....

April 14, 2017

तू मुत्तमईन नहीं तो मुझे कब है ऐतराज़ ........
मिटटी को फिर से गूंथ मेरी,,,, फिर बना मुझे ................

Tu muttmayin nahi to mujhe kab hai aeitraaz.........
Mitti ko phir se goonth meri ,,,,phir bana mujhe..........

You Might Also Like

0 comments

Total Pageviews